2020 में कोरोना के दौरान विदेश से घर लौटे।

ऋषभ ने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग और आयुष ने BBA किया था।

2021 में अपनी 3 एकड़ ज़मीन पर मशरूम की ऑर्गनिक खेती करने का फैसला लिया। 

अप्रैल 2022 तक ऋषभ और आयुष ने 1 एकड़ में बटन मशरूम की खेती शुरू की। 

कोल्ड चैम्बर्स और पैकेजिंग की सुविधाएं बनायीं। 

आज हर दिन 1600 किलो मशरूम काटते है। 

हर दिन लगभग 2 लाख रुपये की कमाई होती है।

अगर खर्च निकाल दे तो 70000 रुपये प्रत्येक दिन मुनाफा है।

फार्म में 40 टन मशरूम और 45 टन सब्जियां उगाते है।

दोनों भाई साल में  7.5 करोड़ रुपये की कमाई करते है।