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ToggleAstronauts Vote from Space : Sunita Williams अंतरिक्ष से करेंगी मतदान
Space में स्थित मीर स्टेशन जिसको संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य देशों ने मिलकर स्थापित किया।
Space से वोट देना चुनौती से परिपूर्ण था, इसके लिए सर्वप्रथम जॉन ब्लाहा नामक अंतरिक्ष यात्री ने प्रस्ताव पेश किया।
अंतरिक्ष उड़ानों के दौरान कई लोगों ने वोट डाला, लेकिन वोट देने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
1.अंतरिक्ष स्टेशन से कागज़ के मतपत्रों को धरती तक पहुँचाना |
2.कुछ अंतरिक्ष यात्री इलेक्ट्रॉनिक रूप से वोट करते हैं |
3.जबकि अन्य अपने मतदान के इरादे को किसी प्रॉक्सी से व्यक्त कर देते है।
इस लेख में Space से वोट की संभावनाओं पर बात करी गयी है।
जब सर्वप्रथम वोट का प्रस्ताव रखा :
1996 में, जॉन ब्लाहा नामक एक अंतरिक्ष यात्री ने मीर अंतरिक्ष स्टेशन पर रहते हुए राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने की अनुमति मांगी।
ब्लाहा द्वारा इस अनुमति को NASA ने स्वीकारा , लेकिन बाद में पता चला कि अभी ऐसी कोई तकनीक नहीं है जिससे अंतरिक्ष से मतदान किया जा सके।
टेक्सास के राज्य सचिव ने व्याख्यित कर बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग का कोई प्रावधान नहीं है और इस पर रोक लग गयी।
Space से वोट के लिए विधेयक हुआ पास :
इस समस्या के समाधान के लिए अगले ही वर्ष 1997 में, गवर्नर जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने माइक जैक्सन द्वारा प्रायोजित एक विधेयक पर हस्ताक्षर किया |
टेक्सास विधानमंडल ने अनुपस्थित मतदान के इस अनूठे रूप को सक्षम करने वाला एक विधेयक पारित किया |
जिसके अनुसार जिले में एक जॉनसन स्पेस सेंटर शामिल किया गया, जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से वोट करने की अनुमति प्रदान की गयी।
1997 में अंतरिक्ष यात्री डेविड वुल्फ ने मीर स्टेशन से स्थानीय चुनावों में वोट डाला और चुनाव में भाग लिया, जो इस प्रक्रिया का उपयोग करके Space से वोट डालने वाले पहले व्यक्ति थे।
Space में मतदान की प्रक्रिया :
तकनीकी के दौर में अमेरिका आज भी अपना विशिष्ट स्थान बनाए रखता है।
मतदान की प्रक्रिया को हल करने के लिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि स्थान पर कितने समय के लिए ठहरना है। अंतरिक्ष यात्रियों के मिशन आम तौर पर लगभग छह महीने तक चलते हैं।
अंतरिक्ष यात्रियों को पहले ही संघीय पोस्ट कार्ड आवेदन भरना होता है, इस आवेदन का तरीका ठीक वैसा ही है जैसा विदेशों में तैनात सैन्य सदस्यों द्वारा उपयोग किया जाता है।
चुनाव के दौरान, जॉनसन Space Centre एक सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक मतपत्र प्रसारित करता हैऔर अंतरिक्ष यात्रियों को उनके स्थानीय काउंटी क्लर्क द्वारा क्रेडेंशियल (छिपी हुई सन्देश) ईमेल भेजे जाते हैं ।
इसके बाद, मतपत्र भरकर पृथ्वी पर डाउनलिंक किया जाता है| सभी संदेशों को संबंधित काउंटी क्लर्क को ई-मेल किया जाता है।
जब Space से वोट डाला गया :
सन् 2004 में, लेरॉय चियाओ ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से नई तकनीक का उपयोग करके Space में राष्ट्रपति के लिए मतदान करने वाले पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे| नासा ने काउंटी के मतदाता सेवा विभाग के साथ मिलकर मॉर्गन को 2019 के स्थानीय चुनावों में वोट देने की अनुमति दी।
उसके बाद 2016 और 2020 में, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कैथलीन रुबिन्स ने दो बार अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से मतदान किया।
2004 से लगभग हर चुनाव में, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने एक राष्ट्रपति चुनाव को छोड़कर सभी में मतदान कर भाग लिया |
रूस में, अंतरिक्ष यात्री अक्सर प्रॉक्सी के माध्यम से मतदान करते हैं।
उदाहरण के लिए -:- एंटोन श्काप्लेरोव और अनातोली इवानिशिन ने 2011 के विधायी चुनाव में कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर के कर्मचारी दिमित्री ज़ुकोव को अपना वोट दिया था |
सुनीता विलियम्स Space से करेंगी मतदान :
नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, जो वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं, लेकिन अब उन्होंने अंतरिक्ष से आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने की इच्छा व्यक्त की है।
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का मिशन बोइंग स्टारलाइनर में तकनीकी समस्याओं के कारण काफी लंबा हो गया और उनकी धरती पर वापसी केवल 2025 में संभव है।
5 नवंबर को संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाले चुनावों में Space से मतदान करेंगे |
Space से मीडिया साक्षात्कार में कुछ कहा :
“यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कर्तव्य है जो हम नागरिकों के रूप में निभाते हैं और मैं (सुनीता विलियम्स) अंतरिक्ष से मतदान करने में सक्षम होने के लिए उत्सुक हूँ | जो बहुत अच्छा है।”
विलियम्स ने एक मीडिया साक्षात्कार के दौरान कहा।