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Space Elevator के निर्माण से 7 महीने का सफर सिर्फ 40 दिनों में, ₹8.6 लाख करोड़ होंगे खर्च

Space Elevator

विज्ञान ने दुनिया भर में बहुत कुछ आसान कर दिया है। विज्ञान हर जगह जाता है जहां कल्पना भी नहीं जा सकती। इन सभी मामलों में जापान सबसे आगे है, क्योंकि यह दुनिया भर में तकनीकी के लिए जाना जाता है। OBAYASHI Corporation, एक जापानी कंपनी, ने अंतरिक्ष में लिफ्ट  (Space Elevator) बनाने की घोषणा की है। इसे 2050 तक भी पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। जापान को तकनीक में दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश कहा जाता है। अंतरिक्ष में जिस यात्रा को करने में 6-7 महीने लगते है, उस यात्रा को तय करने में सिर्फ 40 दिनों का ही समय लगेगा। ऐसा जापान की कंपनी OBAYASHI का कहना है| हालाँकि, कंपनी ने इसकी घोषणा 2012 में भी की थी।

इसे पूरी दुनिया मानती है और ऐसा करने से रॉकेट के इस्तेमाल से होने वाले अधिक ईंधन की खपत भी कम होगी। समय भी कम लगेगा और वातावरण के लिए अच्छा साबित हो सकता है।
आज इस लेख में Space Elevator से जुड़े सारे तथ्यो और जानकारी को आपके साथ साझा किया जायेगा।

Space Elevator के लिए इस तकनीकी का इस्तेमाल :

Space Elevator पर काम करने वाली कंपनी अभी रिसर्च और रफ डिजाइन के प्रशिक्षण में है। इस परियोजना को बनाने के लिए कंपनी ₹8.6 लाख करोड़ खर्च करने जा रही है। इस परियोजना को बनाने के लिए 96,000 किमी तक का स्पेस लिफ्ट बनाया जा सकता है। OBAYASHI का कहना है कि चुंबकीय मोटर से चलने वाली चलने वाली रोबोटिक कारों को सीधी रेखा पर प्रयोग किया जाएगा।

Space Elevator, ऐसी धातुओं (Carbon NanoTube )से निर्मित किया जायेगा, जो चुंबकीय कारों से सामान के साथ लाने और ले जाने में सुविधाजनक रहे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसी तकनीकी संभव है कि अभी कह पाना मुश्किल है। लेकिन जापान के वैज्ञानिकों ने इसपर रिसर्च करके काम करने का निर्णय ले लिया है। जिसके माध्यम से 40 दिनों में मंगल गृह पर पंहुचा जा सकता है।

Space Elevator के निर्माण में अनुमानित खर्च :

Space Elevator बनाने का फैसला जापानी कंपनी OBAYASHI ने करने के निर्णय लिया है। कंपनी इसके लिए भी ₹8.6 लाख करोड़ खर्च करने को तैयार है। यद्यपि, मिशन सफल होने पर कंपनी इससे अधिक वसूल कर सकती है। 
कंपनी ने दवा किया है कि 96,000 किमी की दूरी का Space Elevator बना सकती है। जिसको 2050 तक पूरा किया जा सकता है

Space Elevator के सफल होने के फायदे :

अगर स्पेस लिफ्ट का सपना सफलतापूर्वक साकार होता है, तो यह विश्व भर में एक क्रांतिकारी कदम होगा। यह एक सफल प्रयास है क्योंकि

  • अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले विमानों में अधिक ईंधन का इस्तेमाल होता है। सारा खर्च बचेगा।
  • विमान से मंगल गृह में जाने में लगने वाले 6-8 महीने का समय में कमी हो सकती है। जैसा कि कंपनी दावा करती है, मंगल गृह पर 40 दिनों में पहुंचना संभव होगा।
  • मिशन सफल हो जाने पर, सिर्फ अमीर कुलीन वर्ग के लोग ही नहीं बल्कि आम आदमी भी अंतरिक्ष की सैर कर सकते है।
  • इसके माध्यम से पर्यावरण को भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचेगा। बल्कि यह ज्यादा टिकाऊ और  किफायती हो सकता है।

Space Elevator के निर्माण में कार्बन नैनोट्यूब का उपयोग ही क्यों :

इसके निर्माण में कई भौतिक चुनौतियां सामने आ सकती हैं। जैसे, लिफ्ट को सिर्फ स्टील से बनाया जाता तो पृथ्वी पर स्टील की कमी हो सकती है।
OBAYASHI Corporation ने Carbon nanotubes का उपयोग करने का फैसला किया है क्योंकि ये स्टील की तुलना में हल्के हैं, तनाव में टूटने की संभावना कम है और पृथ्वी पर अधिक मात्रा में उपलब्ध हैं। लेकिन बिजली गिरना और तूफान भी बाधा बन सकते हैं।

Space Elevator का निर्माण एक लक्ष्य है, न कि एक वादा:

OBAYASHI Corporation ने अंतरिक्ष लिफ्ट बनाने का दावा किया है, लेकिन इसको पूरा करना एक चुनौती है। हालाँकि, कंपनी ने दुनिया के सबसे ऊँचे टॉवर, टोक्यो स्काईट्री का निर्माण किया था, जिसके लिए कंपनी प्रसिद्द हुई। इसका मतलब यह नहीं है कि कंपनी भी इसे सफलतापूर्वक कर सकती है। 2050 तक इसे बनाना सिर्फ एक लक्ष्य है, न कि एक  वादा। 
हम कंपनी से आशा रख सकते है, लेकिन इसका ये अर्थ नहीं कि कंपनी वादा करती है।

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