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ToggleMuhurat Trading 2024 : जाने शुभ समय और ऐसे करे निवेश तो होगी धन वर्षा
Muhurat Trading के दिन शेयर बाज़ार कुछ ही समय के लिए खुलता है।
SEBI की तरफ से कुछ नियम जारी किये जाते है जिसके आधार पर ही दिवाली के शुभ अवसर पर Muhurat Trading की जाती है।
Muhaurat Trading पूरी तरह से परंपरागत है।
1957 में BSE में और 1992 में NSE में यह परंपरा शुरू हुई और अभी तक जारी है।
विशेष निवेशक आज अपना निवेश शुभ मानते हैं और इसका आरम्भ करते हैं।
यह खास दिवाली के ही दिन होता है।
Muhurat Trading का समय 1 घंटा ही रखा जाता है और आज इस लेख में इसी से सम्बंधित जानकारी शामिल की गयी है।
इस खास दिन का निवेशकों को बेसब्री से इंतज़ार रहता है।
Muhurat Trading क्यों है खास :
इस परंपरा का चलन दशकों से चला आ रहा है।
वैसे तो दिवाली के शुभ त्यौहार पर शेयर बाजार बंद रहता है लेकिन महज 1 घंटे के लिए विशेष तौर पर इसे खोला जाता है।
इस एक घंटे के अंतराल में निवेशक अपना शुभ निवेश करके शेयर बाजार की इस परंपरा को पूर्ण रूप से निभाते हैं।
ऐसी मान्यता है कि दिवाली के दिन गणेश और लक्ष्मी की पूजा होती है जिससे अगर आज के ही दिन निवेश करने से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन की वर्षा होती है।
दिवाली के दिन पर Muhurat Trading में Equity, Equity F&O, Currency and Commodity Market तीनों मे ट्रेडिंग होती है।
Muhurat Trading का चलन है दशकों से :
शेयर बाजार (Share Market) में Muhurat Trading का चलन आज से नहीं 6 दशकों से चला आ रहा है। दिवाली के शुभ अवसर पर निवेशक इसे एक त्यौहार के रूप में मनाते है और अधिक से अधिक निवेश करते है।
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा का चलन BSE में 1957 और NSE में 1992 में शुरू हुआ था।
अधिकांश निवेशक इस दिन के लिए पैसा बचा कर रखते है और 1 घंटे के अंतराल में अधिक से अधिक निवेश करते है।
विशेष बात यह है कि आज अधिकांश लोग त्यौहार मनाते हैं, जो बढ़ चढ़कर निवेश करते हैं।
Muhaurat Trading के उपलक्ष्य में शेयर बाजार में बड़ी वृद्धि होती है और अधिकांश शेयर बढ़ते हैं।
Long Term निवेश है पहली पसंद :
दिवाली के दिन नया कार्य शुभ माना जाता है।
Muhurat Trading के 1 घंटे के सेशन में अधिकांश निवेशक लम्बे समय के लिए निवेश करना पसंद करते है।
मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेश को भाग्यशाली मानकर अपनी अगली पीढ़ी के लिए निवेश करते है।
निवेशक यह मानते है की इस अवसर पर निवेश कर देने से धन लाभ अधिक होता है जिसे वह इस निवेश को अगली पीढ़ी तक ले जाते है।
कुछ निवेशक ऐसे भी होते है जो पहली बार शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत करते है।
Muhurat Trading का शुभ दिन एवं समय :
जैसा कि हर बार होता है, इस बार भी Muhurat Trading शाम 6 बजे से 7 बजे तक रखा गया है।
हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से 1 नवंबर दिन शुक्रवार को दिवाली है, इसलिए मुहुर्त ट्रेडिंग भी इसी दिन शाम को रखी गई है।
शेयर बाजार में प्री – ओपनिंग समय शाम 5:45 से 6:00 निर्धारित किया गया है।
और अगले 1 घण्टे ट्रेडिंग सेशन रखा गया है।
Muhurat Trading में ऐसे करे निवेश :
हम एक लंबी अवधि का निवेश करने के लिए तैयार हैं तो हमें पहले उस कंपनी के भविष्य को समझना चाहिए।
कंपनी हर तिमाही में रिजल्ट के दौरान लाभ कमा रही हो, कम से कम 3-4 वर्ष से।
कंपनी द्वारा अपने शेयरधारको का ख्याल रखना चाहिए। कंपनी को लाभ के दौरान लाभांश को अपने शेयरधारकों के साथ वितरित करना चाहिए।
मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेश से पहले शेयर को अच्छे से परख लेना चाहिए और खरीदने के पश्चात हर तिमाही का परिणाम देखते रहना चाहिए।
इस तरह का निवेश हमारे पैसे को सुरक्षित रखता है और लंबे समय में लाभ देता है।
इस तरह से निवेशित धन बढ़ता है और हम समृद्ध बनते है। लम्बे समय में धन वर्षा का तात्पर्य अच्छे निवेश से है।