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Motapa

Motapa, आजकल एक आम स्वास्थ्य समस्या बन गया है। इसे न केवल एक भौतिक समस्या माना जा सकता है, बल्कि इसके परिणाम मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालते हैं।

 जब शरीर में शारीरिक वसा अधिक मात्रा में एकत्रित हो जाती है, जिसमें शरीर का वजन आम तौर पर बढ़ने लगता है और इसका स्वास्थ्य पर खतरनाक प्रभाव भी पड़ने लगता है जो मोटापे के रूप में दिखता है | यह अक्सर उच्च रक्तचाप, हार्ट रोग, डायबिटीज और मानसिक समस्याओं का कारण भी बनता है |

मोटापा से कई प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें डायबिटीज, हृदय रोग, अस्थमा और कई प्रकार के रोग शामिल हैं। यह एक व्यक्ति को आलसी बना सकता है और उसे समाज मे अलग नजरिये से देखा जाता है |

नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि का प्रोत्साहन शरीर के लिए बहुत आवश्यक है | Motapa कम करने के लिए हर सुबह पानी को थोड़ा गर्म करके पीना चाहिए, इससे शरीर में वसा जमा नहीं होगा और मोटापा बढ़ने की संभावना कम होती है |

मोटापा को संविधानिक दृष्टिकोण से सही तरीके से समझकर ही इसे दूर कर सकते हैं। सबसे पहले, सही आहार का चयन करना बहुत जरूरी है। मोटापे को कम करने में फल, सब्जियां, अनाज और पर्याप्त पानी पीना मदद कर सकता है।

हम अपने शरीर को स्वस्थ दिनचर्या में बदलाव करके, योग करके और व्यायाम करके रख सकते हैं| मानसिक स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है। स्ट्रेस को कम करने के लिए योग और ध्यान अभ्यास करना फायदेमंद हो सकता है।

कुछ लोग Motapa रोकने के लिए पानी पीना कम कर देते हैं, लेकिन ऐसा करने से मोटापा नहीं रुकता, बल्कि शरीर में पानी की कमी होने लगती है।

यदि आप अपना वजन कम या बढ़ाना चाहते हैं, गर्मियों में 4-5 लीटर पानी पिए और सर्दियों में 2-3 लीटर पानी पिए। आपके शरीर की गंदगी पानी से बाहर निकलती है, जिससे आप स्वस्थ भी रहते हैं।

Motapa  कई कारणों से हो सकता  है –
  • मोटापा और शरीर का वजन बढ़ना, ऊर्जा के सेवन और उपयोग में असंतुलन के परिणाम हैं।
  • मोटापा अधिक चर्बीयुक्त भोजन से होता है।
  • मोटापे का सबसे बड़ा कारण कम व्यायाम करना और एक स्थिर जीवन-यापन है।
  • मोटापे का कारण मानसिक तनाव और असंतुलित व्यवहार से भी हो सकता है |
  • शारीरिक व्यायाम नहीं करने पर भी शरीर में चर्बी जमा होने लगती है, जो मोटापे का एक कारण है।
  • दिन एवं रात मे भोजन के बाद सोने की आदत भी मोटापे का कारण बन सकती है।
  • अत्यधिक मीठा खान-पान से भी इसकी संभावना रहती है |

Motapa होने के ये भी है कारण :

अत्यधिक ऊर्जा के सेवन :

जब हम ज्यादा ऊर्जा का सेवन करते है लेकिन उसे सही रूप से नहीं ब्रेक कर पाते है, तो शरीर अतिरिक्त ऊर्जा को वसा में बदल देता है और यह वसा शरीर के कई भागों में जम जाती है, जिससे व्यक्ति मोटा हो जाता है।

इस समस्या का समाधान करने के लिए हमें अपने आहारशृंगार को देखना चाहिए। अपने आहार में सब्जियों, फलों और अनाजों को शामिल करना और पर्याप्त मात्रा में पोषण लेना भी आवश्यक है |

दिनचर्या में व्यायाम करना भी जरूरी है। योग, चलना, तैरना या किसी भी पसंदीदा व्यायाम को हर दिन कर सकते हैं। यह शरीर को उपयोग की ऊर्जा को सही तरीके से बदलने में मदद करता है और मोटापे को कम भी करता है |

अधिक चर्बीयुक्त भोजन का सेवन :

Motapa अधिक चर्बीयुक्त भोजन जैसे – आमतौर से तेल, मक्खन, मीट, फास्ट फ़ूड, प्रोसेस्ड और तला हुआ आलू, जंक फूड आदि का अतिरिक्त मात्रा मे सेवन से चर्बी शरीर के कई हिस्सों में जमा हो सकती है और Motapa का कारण बन सकती है।

एक संतुलित, स्वस्थ आहार जो मांस, सब्जियाँ, फल, अनाज और प्रोटीन से भरपूर हो, मोटापे से बचने में मदद कर सकता है और मोटापे को नियंत्रित भी कर सकता है|

कम व्यायाम करना और एक स्थिर जीवनयापन :Excercise

कम व्यायाम करना वजन बढ़ाने, मोटापे, दिल की बीमारी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण हो सकता है। व्यायाम न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है |

स्थिर जीवन-यापन भी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह तनाव, चिंता और थकान को कम कर सकता है और आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकता है। स्थिर जीवन-यापन में एक नियमित और स्वस्थ दिनचर्या, पर्याप्त नींद और सकारात्मक सोच शामिल हैं।

मोटापा कम करने के लिये ये करे :

 

रोज़ की दिनचर्या :

हर दिन कम से कम 30 मिनट का समय निकालकर किसी भी प्रकार का व्यायाम करना चाहिये, जैसे योग, टहलील या व्यायाम गुरुकुल जाना।

पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेंना चाहिये और फल, सब्जियाँ, अनाज, प्रोटीन से भरपूर भोजन का सेवन जरूर करें।

रात में कम से कम 7 से 8 घंटे नींद लेंना चाहिये |

स्थिर जीवन-यापन के लिए सकारात्मक रहना जरूरी है और ध्यान, प्राणायाम, मानसिक स्वास्थ्य की अन्य विधियों का उपयोग भी करना चाहिये |

कैलोरी ऊर्जा की खपत :

रोजाना जितनी कैलोरी ऊर्जा आप लेते हैं, उससे अधिक खपत करो, यह वजन कम करने का सबसे आसान तरीका है।

अपने लक्ष्य गोल को जल्दी पूरा करने के लिए आप हर हफ्ते 150 से 200 कैलोरी ऊर्जा भी कम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, तली हुई और तेलीय खाने से बचें।

दीर्घकालिक स्वास्थ्य :

योग, टहल, साइकिलिंग और जॉगिंग जैसे कई प्रकार के व्यायाम के साथ स्वस्थ और संतुलित आहार लेना चाहिये | फल, सब्जियाँ, पूरे अनाज, और प्रोटीन युक्त आहार को प्राथमिकता जरूर दे |

नियमित धूप, ताजगी भरा वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता मे रहना चाहिये एवं नशे के प्रयोग से दूर रहना चाहिये | इससे स्थायी वजन घटने की अधिक संभावना रहती है |

अधिक मोटापे मे सर्जरी :

जिन लोगों का वजन बहुत अधिक हो जाता है और वे आहार, व्यायाम, दवा या चिकित्सक की सलाह से वजन कम नहीं कर पाते हैं तो डॉक्टर उन्हें सर्जरी की सलाह भी देते हैं|

यह बहुत ही अधिक मोटे लोगों के लिए लाभदायक होता है और इससे उनके जीवन में एक बदलाव भी मिलता है | यह सर्जरी बिना डॉक्टर के सलाह के कभी भी नहीं करें |

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