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Jane Street, SEBI

SEBI ने पिछले शुक्रवार बड़ी कार्रवाई की। अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट को भारत में ट्रेडिंग करने से प्रतिबंध लगा दिया गया। सेबी द्वारा की गई जाँच में पता चला कि अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट ने भारत के शेयर बाजार F&O से चालाकी से करोड़ों रुपये कमाए।
सेबी ने जनवरी 2023 से मई 2025 तक की गई जाँच में, अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट द्वारा भारतीय शेयर बाजार से ₹43,289 करोड़ का हेरफेर हुआ।
जेन स्ट्रीट, अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जो 45 से अधिक देशों में व्यापार करता है। इस लेख में अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट के बारें में विस्तार समझेंगे। 

SEBI ने जांच में ₹4,844 करोड़ फ्रीज किए:

2023 से 2025 के बीच सेबी ने भारतीय शेयर बाजार में जाँच पड़ताल की। जो जनवरी 2023 से मई 2025 तक चली। इस जाँच में हेरा-फेरी और धोखाधड़ी का खेल सामने आया था। जो ₹4000 करोड़ से अधिक था। यह सब एक अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट ने किया।
सेबी ने पाया कि जेन स्ट्रीट ने ऑप्शंस ट्रेडिंग में ₹43,289 करोड़ का बड़ा मुनाफा कमाया, लेकिन जानबूझकर ₹7,208 करोड़ का नुकसान फ्यूचर्स और शेयरों में उठाया। सेबी ने इसे चालाकी नहीं धोखाधड़ी समझा।
जेन स्ट्रीट को सेबी ने भारतीय शेयर बाजार से बाहर कर दिया। यह कठोर कार्रवाई किसी विदेशी फर्म के खिलाफ बहुत बड़ी कार्रवाई है।

Jane Street ने तोड़े नियम :

जेन स्ट्रीट ने पूरी तरह से योजना बनाकर ऐसा मैनिपुलेट किया था। सुबह कीमतों में इजाफा हो जाता क्योंकि कंपनी NiftyBank के स्टॉक्स और फ्यूचर्स को बड़ी मात्रा में खरीदती। फिर दिन खत्म होने से पहले पोज़िशन्स बेचकर मुनाफा कमा लेते थे। जिससे कीमतों में भारी गिरावट हो जाती। इस खरीद-फरोख्त से इंडेक्स की कीमतों को एक निश्चित समय में नियंत्रित किया जा सकता था। विशेष रूप से ऑप्शन्स एक्सपायरी के दिन ऐसा हुआ था। जिससे Jane Street Group को मुनाफा हुआ।
ऑप्शंस ट्रेडिंग में ₹43,289 करोड़ का मुनाफा कमाया, लेकिन जानबूझकर ₹7,208 करोड़ का नुकसान फ्यूचर्स और शेयरों में दिखाया। जिससे जाँच पड़ताल में पता न चल सके। 

सेबी ने गहन जाँच पड़ताल में इसे धोखाधड़ी का खेल बताया। सेबी ने बैन ही नहीं बल्कि ₹4,844 करोड़ फ्रीज भी किए।

Jane Street के बारें में :

जेन स्ट्रीट अमेरिका की एक बड़ी ट्रेडिंग कंपनी है जो शेयर मार्केट, बॉन्ड और ऑप्शंस जैसे निवेशों में ट्रेडिंग करती है। न्यूयॉर्क में कुछ ट्रेडिंग और तकनीक विशेषज्ञों ने मिलकर इसकी शुरुआत की। सन 2000 में इसकी नींव रखी गयी थी और अधिक कर्मचारी नहीं थे। लेकिन आज 2600 से अधिक कमर्चारी इसमें शामिल हैं। जेन स्ट्रीट में IIT और IIM के पढ़े छात्र लिए जाते है। जिनकी गणित में अच्छी पकड़ है और समस्या हल करने की क्षमता है, करोड़ों का पैकेज मिलता है। Jane Street Office ने यूरोप, एशिया और अमेरिका सहित दुनिया के 45 से अधिक देशों में अपना व्यापार विस्तार किया है। इसका एशियाई मुख्यालय हांगकांग में है।
ETFs (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स) में कंपनियों को अधिक एक्सपर्ट माना जाता है। डाटा और कैलकुलेशन  के आधार पर अधिकांश फैसले बनाते हैं।

कंपनी का मॉडल आंकड़ों और कंप्यूटर की मदद से कब, क्या और कितना खरीदने का निर्णय लेती है। 
जेन स्ट्रीट के आलावा यह Street Capital और Jane Street Execution Services के नाम से भी यह काम करती है।

SEBI द्वारा Jane Street पर की गयी कार्रवाई :

सेबी ने सख्त कार्रवाई की है, जिसके परिणामस्वरूप किये मुनाफे लगभग ₹4,844 करोड़ को जब्त करने का आदेश दिया गया है। साथ ही ये रकम एक खास खाते में जमा करायी जाए, जिसका नियंत्रण सेबी के पास हो।
Jane Street Group के सभी उद्यमों को भारतीय शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया गया है। जिससे अब जेन स्ट्रीट बिना सेबी की अनुमति के पैसे खाते से निकाल नहीं सकते और ट्रेडिंग में कुछ भी खरीद-बेच नहीं सकते।
साथ ही भारत में कोई संपत्ति बेच या ट्रांसफर नहीं कर सकते। जेन स्ट्रीट को सेबी के आदेश के खिलाफ 21 दिनों के अंदर पक्ष रखने का मौका मिलेगा।

इस तरह की कठोर कार्रवाई किसी विदेशी कंपनी पर भारत में पहली बार हुई है।

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