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भूतिया हवेली: रानी की आत्मा की एक डरावनी और अनोखी प्रेम कहानी , इस कहानी को अकेले में बिल्कुल ना पढ़े !

एक अनूठा रात्रि सफर: भूतिया हवेली की कहानी

मेरा नाम अर्जुन था और मैंने हाल ही में एक अनूठे और रहस्यमयी सफर का सामना किया था. मेरे एक दोस्त ने मुझे अपने गाँव के पास स्थित भूतिया हवेली के बारे में सुनाया था, जिसमें रात्रि के समय अजीब-अजीब घटनाएं होती हैं. तब से ही मेरे मन में एक अजीब सी उत्सुकता बढ़ गई और मैंने तय किया कि इसे जानने के लिए एक सफर तय करूँगा.

मैंने अपने दोस्त को बताया और हम दोनों तैयार हो गए. रात के अंधकार में हम उस भूतिया हवेली की ओर बढ़ते जा रहे थे. गाँव के सुनसान सड़कों से होकर हम दोनों पहुंचे उस अद्वितीय और भूतिया हवेली  की ओर.

अद्वितीयता का आभास: हवेली का दृश्य ही कुछ अलग था. यह एक पुरानी बड़ी इमारत थी, जिसके चारों ओर बगीचा और झाड़ियां फैली हुई थी. रात्रि में, हवेली के चारों ओर बने वृक्षों की छाया में, यह सब कुछ और भी अद्भुत दिखता था. रात में जब हवा चलती थी तब यहां बहुत ही साय साय की आवाज आती थी. जो की रोंगटे खड़े करने वाला आभास था

रहस्यमयी स्वरूप : हमने हवेली के पास पहुंचते ही एक अजीब सी ऊँचाई से गूंथी हुई रात्रि की बोंड़ों की आवाज सुनी. यह आवाज सुनते ही हम दोनों उस हवेली के दरवाजे पर ही रुक गए और हमें अपने आत्मवृत्ति दर्शाई गई. यह था हवेली का प्राचीन इतिहास, जिसमें राजा-रानियों के पुराने किले और भूतिया रहस्य शामिल थे.

हवेली के धुंधले दीवारों में सिमटे हुए किस्से बताए जा रहे थे. यहाँ बहुत समय पहले  राजा और रानियाँ हुआ करती थीं, जिनका इतिहास यहाँ के लोगों के बीच अजीब-अजीब किस्सों के रूप में सुरक्षित रहा था. बुरा वक्त आया और हवेली के अंदर के कोने-कोने में रहस्यमयी घटनाएं हुईं थीं, जिसका सबको अंदाजा भी नहीं था.

रात्रि का पहला दृश्य: हमने तय किया कि रात्रि के अंधकार में हवेली का पहला कोना जाँचें. हमने एक पुरानी कोठरी में कदम रखा और वहां से कुछ अजीब आवाजें सुनीं. जिसको सुनकर हम दोनों चौक कर फिर धीरे-धीरे आवाज बढ़ती गई और हमने एक अद्भुत दृश्य देखा.

भूतिया रात्रि की छाया:  हवेली के भीतर रात्रि की अंधकार में अलग-अलग कमरों से निकलने वाली आवाजें सुनाई दे रही थीं. दीपकों की रौशनी में, हमने देखा कि एक पुरानी सिंहासन पर बैठी रानी की आत्मा हमें देख रही थी. उस रानी की आत्मा को देखा तो ऐसा प्रतीत हुआ कि मानो वह आत्मा जीवित रानी हो, जो अपने किले की रक्षा कर रही थी.

भूतिया हवेलीउस रानी की आत्मा ने हमें अपनी और बुलाया, पहले तो हम दोनों डर गए लेकिन फिर हिम्मत दिखाते हुए हम लोगों ने रानी की आत्मा की ओर जाने का निर्णय लिया और हम उस रानी के पास पहुंचे जहां रानी ने हमें अपनी कहानी सुनाई, जिसमें एक प्रेम की कहानी थी , राजा की मृत्यु के बाद अकेली रानी की आत्मा ने अपने किले की रक्षा का कारण बनकर अपने पुराने मास्टर के सेविका बनने का निर्णय किया था. उसका कहना था कि रानी की आत्मा हमेशा वहीं रहती है और किसी न किसी रूप में अपने किले की रक्षा करती रहती है.

हमने रानी के साथ बातचीत की और हवेली की अनूठी दुनिया में खो गए. रात की अंधकार में हमने भूतिया हवेली का सच जाना और यह देखा कि कभी-कभी अद्वितीय और रहस्यमयी दुनिया के पीछे एक अनूठा सत्य छुपा होता है.

वह रात हमारे लिए एक यादगार अनुभव बनी. हमने अपनी आत्मा को आत्मसात किया और एक अजीबोगरीब सच्चाई को जीवंत होने का अहसास किया.

सबक: भूतिया हवेली ने हमें यह सिखाया कि जबकि हमारी दुनिया में रहस्य और अनूठाई हो सकती है, वह दुनिया हमेशा हमारे साथ है, बस हमें उसे देखने की क्षमता रखनी चाहिए.

आशा करते हैं आपको यह कहानी पसंद आई होगी

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